शनिवार, 3 सितंबर 2016

स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ की बैठक आयोजित , कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए

नमस्कार मित्रो
आज दिनांक 03/09/2016 को पन्त पार्क में संगठन की एक बैठक बुलाई गई। बैठक में विभिन्न महाविद्यालयों के 27 शिक्षकों ने सहभागिता की। बैठक की अध्यक्षता डॉ0 दिनेश सिंह ने किया। सर्व प्रथम सभी सदस्यों ने अपना परिचय प्रस्तुत किया। डॉ0 आशीष कुमार सिंह ने पिछली बैठक के बाद की प्रगति का आख्या प्रस्तुत किया तथा इस बार के मुद्दों को विचार हेतु रखा। निम्न लिखित बिंदुओं पर विचार किया गया-
1- संगठन के उद्देश्य का निर्धारण एवं लेखन।
2- संगठन के लोगो को स्वीकृति देना।
3- संगठन के पंजीकरण की प्रक्रिया आरम्भ करना।
4- संगठन के विस्तार की कार्य योजना।

अध्यक्ष की अनुमति से सभी उपस्थित सदस्यो ने अपने अपने विचार रखे। इस क्रम में सर्व प्रथम ध्रुव यादव ने कहा कि शिक्षक संगठित होने से डर रहे है। इस विषय पर विचार करना होगा की कैसे अधिक से अधिक लोग जुड़े। डॉ0 इतेंद्र धर दुबे ने उपास्थि लोगो से आग्रह किया कि आम शिक्षको में पहले भरोसा  दिलाना ं होगा की यह संगठन गैर राजनीतिक गैर सरकारी तथा अकादेमिक एवं शिक्षक संगठन है । इसका उद्देश्य मात्र  लड़ना नहीं बल्कि रचनात्मक एवं क्रियात्मक भी है। डॉ0 अमित सिंह ने कहा कि संगठन को दो दिशाओ में अपना कार्यक्षेत्र बनाना चाहिये , पहला अकैडमेकी एवं दूसरा शोषण के विरुद्ध आवाज। डॉ0 लाल बहादुर वर्मा ने कहा कि शिक्षको को आज शोषण की परकस्था झेलनी पर रही है। डॉ0 गणेश प्रसाद गुप्ता ने संगठन के कार्यक्षेत्र को बढाने एवं लक्ष्य केंद्रित कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया। डॉ0 मधुसूधन सिंह ने पिछली बैठक के बाद इस बैठक में संख्या बढ़ने पर खुशी जताई। डॉ0 उमेश प्रसाद ने वस्तुनिष्ठता के आधार पर कार्य करने पर बल दिया। इसके अतिरिक्त अभय कुमार चन्द , तीर्थराज चौरसिया, मनोज कुमार गुप्ता, डॉ0 अजय सिंह, डॉ0 नरेंद्र कुमार द्विवेदी, विनीता गुप्ता, डॉ0 परसुराम, डॉ0 अमरेंदर,ऋषिकेश विष्वकर्मा, प्रदीप कुमार, एस0 डी0 पण्डे, मृत्युंजय कुमार मिश्रा तथा गंगेश पांडेय ने अपने महत्वपूर्ण सुझहव दिए। 3 घंटे की मैराथन बैठक के अंत में निम्नलिखित निर्णय लिए गए-
1- डॉ0 परसुराम द्वारा बनाये गए लोगो का सर्वे सम्मति से स्वीकृति का अनुमोदन किया गया।
2- संगठन के पंजीकरण के लिए दे इतेंद्र धर दुबे एवं ध्रुव यादव को जिम्मेदारी दी गई की वे बाई लॉज तैयार कर अगली बैठक में आये जिस पर अगली बैठक में चर्चा की जायेगी।
3- संस्थापक सदस्यो के लिए 500 रूपये प्रति सदस्य सदस्यता शुल्क होगा। अ स्थाई रूप से ध्रुव यादव को कोष सँभालने की जिम्मेदारी दी गई। यह कार्य ध्रुव यादव जी कार्यकारिणी गठन तक करते रहेंगे।
4- संगठन के उद्देश्य निर्धारण के लिए सभी से लिखित सुझाव मांगे गए। सभी लोग दो दिनों में अपने सुझाव सोशल मीडिया पर अपलोड करे।
5- संगठन के ध्येय वाक्य के सम्बन्ध में- चरैवेति, अप्प दीपो भव, ज्ञान शील एवं तपस्या, उतिष्ठति जाग्रत......., उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान् निबोधत, सिद्धिर्भवति कर्मजा, सत्ये सर्वं प्रतिष्ठितम्, पर विचारोपरान्त और सुझाव मांगे गए तथा अगली बैठक के अंतिम निर्णय लेने पर सहमति बनी।
6- संगठन को अकादमिक रूप देने हेतु राष्ट्रीय संगोश्ठी एवं शोध पत्रिका के प्रकाशन का प्रस्ताव पारित हुआ। इसकी रुपरेखा बनाने हेतु सभी से लिखित सुझाव मांगे गए।
  अंत में अध्यक्षता कर रहे डॉ0 दिनेश सिंह द्वारा धन्यवाद् ज्ञापन द्वारा बैठक संपन्न हुई।  अगली बैठक 17 सितम्बर 2016 को आयोजित करने का निर्णय हुआ।

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